23 February 2012

चंद माइक्रो ब्लॉग



सरकार के कानून मंत्री और इस्पात मंत्री द्वय के द्वारा, मुस्लिम वोट के लिए किसी भी सीमा तक जाने की आतुरता पर जैसे ही चुनाव आयोग ने नकेल कसनी शुरू की, तुरंत सरकार द्वारा चुनाव आयोग की ही नकेल कसने की कवायद शुरु हो गयी.
लोकतंत्र में त्वरित कार्यवाई की बेमिशाल नजीर.
*************************************************************************
आतंकवाद निरोध के नाम पर राजशाही सोच के तहत, एकतरफा रायशुमारी से आई बी को असीमित और जबाबदेही रहित शक्तिया देकर , राज्यों के अधिकार क्षेत्र का अतिक्रमण करने की मंशा क्या भारतीय लोकतंत्र को राजतन्त्र की तरफ ले जाने की कुत्सित राजनैतिक प्रक्रिया का लिटमस टेस्ट तो नहीं ?
धन्य है भारतीय लोकतंत्र .
*************************************************************************
रोटेशन पालिसी फ्लॉप, नए चेहरो का प्रयोग भी फ्लॉप, मतभेद खुलकर सामने आये, विश्व विजेता दल का असली चेहरा खुलकर सामने आया. फिर भी देश में क्रिकेट अति लोकप्रिय है. बेवकूफी की सीमा लांघता लगाव.

No comments:

Post a Comment