15 September 2011

ब्रेकिंग न्यूज,


सार्वजनिक स्थान,
बाजार,मंदिर,कचहरी,
सामान खरीदते,पूजा करते
पेशी की बाट जोहते लोग,
अचानक एक धमाका,
बस धुवाँ ही धुवाँ,
मरते , कराहते लोग,

मिडिया, प्रेस, तमाशाई,
ब्रेकिंग न्यूज,
नेता का आगमन,
घिसे – पिटे बयान, झूठा आश्वाशन
नाकामी ढकने खातिर,
राहत – राशि की घोषणा,
स्केच जारी,
अस्पताल दौरा,
कुछ दिन खातिर सुरक्षा चुस्त,
धीरे धीरे सब नरम,

अब....

अगले घटना के,
खुराक बनने के लिए 
तैयार रहे लोग.

( मुझे हरेक  नपुंसक आतंकी घटना में मृत लोगों और उनके शेष बचे परिवार के प्रति हार्दिक संवेदना है. इससे  कई गुना घृणा लाशों पर राजनीतिक रोटी सकने वाले नेताओ से, उससे भी  ढेर घृणा उन आम लोगों और उनकी सोच पर है, जो  कुछ दिन बाद सब भुला कर फिर मरने के लिए तैयार हो जाते हैं.)


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